किरण चौकसे की संक्षिप्त जीवनी चम्पारण-न्यूज” प्रधान-संपादक अतुलकश्य की कलम से By "दैनिक खोज खबर":-ब्रजेश भारती/मनोकामना सिंह/ संजय कुमार सुमन on September 29, 2016 किरण चौकसे की संक्षिप्त जीवनी किरण चौकसे की संक्षिप्त जीवनी चम्पारण-न्यूज” प्रधान-संपादक अतुलकश्य की कलम से ☞आर सी सरकार के नाम से मशहूर किरण चौकसे का जन्म: 05 मार्च, 1982, भोपाल (मध्य प्रदेश) में हुवा था। किरण अखिल भारतीय मंच जन जागरूकता अभियान (सरकार नहीं ”सहारा” चाहिए) की नेतृत्वकर्ता महानायिका क्रन्तिकारी देश भक्त, एक समाज सेविका, लेखिका और सलाहकार है। उसके इन क्रांतिकारी उद्देश्य और आशावादी सिद्धांतों ने पूरी दुनिया के साधारण लोगों को नागरिक अधिकारों एवं जन जागरूकता अभियान के लिये प्रेरित किया। उसे गरीब और भिखारी वर्ग की मसीहा कहा जारहा है। कई साधारण लोग उसे माता कहकर बुलाते हैं क्योंकि लोगों का मानना है कि वो महाकालिका की अनन्या भक्त है। किरण चौकसे समुच्च मानव जाति के लिए मिशाल हैं। उसने हर परिस्थिति में अहिंसा और सत्य का पालन किया और लोगों से भी इनका पालन करने के लिये कहा। साथ ही अपने क्रांतिकारी विचारों के माध्यम से उसने जन साधारण के दिलों में देश भक्ति की मशाल प्रज्वलित कर दी, जो वक़्त के साथ धीरे धीरे लुप्त होती जारही थी। उसने अपना जीवन सदाचार में गुजारा। वह सदैव परम्परागत भारतीय पोशाक पहनती है। साधारण परिवार की साधारण सी लड़की होते हुए भी वो अपने आसाधारण विचारों के साथ रजिया सुलतान और झाँसी की रानी की तरह दिखाई देती है। उसकी कलम के ज़ोर पर उसने अच्छो अच्छों की छुट्टी कर दी है। फिर भले ही वो संत समाज के लोगों के लिए हो या पोलिटिकल पार्टी से जुड़े लोगों के लिए कही गई कोई बात हो। सदैव शाकाहारी भोजन खाने वाली इस महानायिका ने आत्मशुद्धि के लिये अपने गले में तिरुपति बालाजी महाराज के दरवार से मिली तुलसी की माला को अपने गले में धारण कर रखा है। इस माला को पहनकर वो हर एक चुनौती का समाना बड़े ही सहज ढंग से करती है। क़ुदरत को मानने वाली ये हर एक धर्म, जाति, मजहब और हर एक प्रान्त के लोगों के लिए अपने दिल में उदार भाव रखती है। प्रारंभिक जीवन:-किरण चौकसे (RC Sarkaar) का जन्म छोला रोड भोपाल (म. प्र.) में 05 मार्च सन् 1982 को हुआ था। उनके पिता श्री तुलसीराम चौकसे रेल्वे कर्मचारी पांचवी शिक्षा प्राप्त मजदुर परिवा
Get In Touch